कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस मुख्यालय में ध्वजारोहण किया। इसके बाद उन्होंने एक बयान जारी कर सभी लोगों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी जिसमे उन्होंने कहा कि अन्याय, असहिष्णुता और भेदभाव के खिलाफ सभी को खड़ा होना होगा।
सोनिया ने कहा, ‘‘भारत जैसे देश में कट्टरता, अंधविश्वास, संप्रदायवाद, अतिवाद, नस्लवाद, असहिष्णुता या अन्याय के लिए कोई जगह नहीं है। हमें अन्याय, असहिष्णुता और भेदभाव के हर कृत्य के खिलाफ एक राष्ट्र के रूप में खड़ा होना होगा ताकि सही मायनों में हम आजादी को संजोए रख सकें।’’
देश के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले जवानों की शहादत को याद करते हुए सोनिया ने कहा कि हमें अपने सशस्त्र बलों के सर्वोच्च बलिदान को नहीं भूलना चाहिए।
उन्होंने राष्ट्र निर्माण में किसानों, मजदूरों, कलाकारों, शिक्षकों, लेखकों, विचारकों के योगदान को भी याद किया। सोनिया ने कहा कि आधुनिक, समतामूलक, न्यायपूर्ण और भेदभावविहीन समाज का निर्माण वैज्ञानिक सोच के आधार पर करना युवाओं के हाथ में है। इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, एके एंटनी, मोतीलाल वोरा, कपिल सिब्बल और कई अन्य नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे।