पावन होली की हार्दिक शुभकामनाएं,
हर हिंदुस्तानी यहां सुखी-समृद्ध रहे।
सबों के मन में रहे भाईचारे का भाव,
प्रगति-पथ पर सब सदा अग्रसर रहे।
प्रेमपूर्ण परिवेश के रंग में रंग जाने से,
फाग का राग दिल गाने लग जाता है।
थिरकने लगता है अधर गीत सुनकर,
ढोल,मृदंग पर थाप बरसने लगता है।
गुलाल की खुशबू से भींगा माहौल,
वसंत का एहसास कराने लगता है।
समरसता का मजा लेने के लिए ही,
फागुन में रंगोत्सव मनाया जाता है।
नाचते-गाते-झूमते प्रसन्नचित लोग,
गिले-शिकवे बिल्कुल भूल जाते हैं।
कौन अपना है और कौन है पराया?
गले से लिपटकर भेद मिटा देते हैं।
उत्साह-उमंग औरआनंद का रसरंग,
सबों को ही अपने रंग में रंग देता है।
परमात्मा की सन्तान है सब इन्सान,
यही शुभ संदेश वसंतोत्सव देता है।