महामारी के इस दौर में जहाँ मनोरंजन के साधन के रूप में केवल टीवी ही रह गया था जब सरकार द्वारा रंगमंच के क्षेत्र में कुछ छूट मिली तो दर्शको ने इसे तुरंत स्वीकार किया. गत 29 अगस्त को दिल्ली के अक्षरा सभागार में पंचानन पाठक हास्य नाटक समारोह के अंतर्गत बाबू के सपने का सफल मंचन हुआ. नेताओ के बहुरूपी व्यवहार को दर्शाते इस नाटक उपस्थित दर्शको ने खूब सराहा. दीपक गुरनानी द्वारा लिखित व निर्देशित इस नाटक को गिरीश चावला भावना शर्मा तथा गौतम कलसी अपने अभिनय से सजाया. परदे के पीछे प्रेम भारती, धीरज आनंद व सुनील ढींगरा ने अपनी भूमिका बखूबी निभाई. इस समारोह के सफल आयोजन के लिए मास्क के दिनेश अहलावत निसंदेह बधाई के पात्र है .