कुछ इस तरह मनाएँ छब्बीस जनवरी इस बार,
सुधाकर अमृतवर्षा, दिवाकर रश्मिमणि बिखेरे इस बार,स्वाति गिरे धरा कुमकुम का शृंगार करे इस बार,क्षितिज पर फहराए विजयी विश्व तिरंगा अपना इस बार, कुछ इस तरह मनाएँ छब्बीस जनवरी इस बार,दो देश करते हैं जैसे विकास के लिए कोई करार।ग़रीबों के हक़ की बात करें इन्सानियत के दुश्मनों का करें बहिष्कार,बच्चों की सेहत पर दें ध्याननारी…