भारत ने गाजा में युद्ध को “बड़ी चिंता” का विषय बताते हुए सोमवार को कहा कि संघर्षों से उत्पन्न मानवीय संकट के लिए एक स्थायी समाधान की आवश्यकता है जो सबसे अधिक प्रभावित लोगों को तत्काल राहत दे।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 55वें सत्र को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद और बंधक बनाना स्वीकार्य नहीं है और उम्मीद है कि यह संघर्ष क्षेत्र के भीतर या इससे बाहर तक नहीं बढ़ेगा।
भारत ने पिछले साल सात अक्टूबर को हमास द्वारा किए गए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की थी।
विदेश मंत्री ने नयी दिल्ली से वीडियो लिंक के माध्यम से अपने संबोधन में कहा, “साथ ही, हमें यह स्पष्ट होना चाहिए कि आतंकवाद और बंधक बनाना अस्वीकार्य है।”
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का हमेशा सम्मान किया जाना चाहिए।