बजट सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने
लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित किया
अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण तथा लोकसभा एवं राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं को आरक्षण देने के प्रावधान वाला कानून पारित होने का उल्लेख करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को घोषणा की कि सरकार परीक्षा में होने वाली गड़बड़ी को लेकर युवाओं की चिंताओं से अवगत है और इसे रोकने के लिए एक कानून बनाएगी।उन्होंने नए संसद भवन में पहला संबोधन देते हुए कहा कि यहां ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की महक है। उन्होंने कहा कि कोई देश तभी तेज गति से प्रगति कर सकता है जब वह अतीत की चुनौतियों को परास्त कर देता है और भविष्य के निर्माण के लिए अधिकतम ऊर्जा लगाता है।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले दस सालों में देश ने ऐसी परियोजनाओं को पूरा होते देखा जिनके लिए लोग दशकों से प्रतीक्षा कर रहे थे।’’ उन्होंने कहा कि अयोध्या में ‘राम मंदिर के निर्माण की आकांक्षा सदियों से थी, आज यह सच हो चुकी है।’’ राम मंदिर का उल्लेख किये जाने पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने अपनी मेजें थपथपा कर स्वागत किया।
राष्ट्रपति ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाये जाने को लेकर पैदा हुईं आशंकाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि वे अब इतिहास बन चुकी हैं।
उन्होंने कहा कि दुनिया भर में गंभीर संकटों के बीच भारत सबसे तेजी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्था है और लगातार पिछली दो तिमाही में देश की विकास दर साढ़े सात प्रतिशत रही। उन्होंने कहा कि भारत को पहले दुनिया की पांच सबसे कमजोर अर्थव्यवस्थाओं में शामिल किया जाता था जो अब विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।
राष्ट्रपति ने सरकार की प्राथमिकताओं का जिक्र करते हुए कहा कि ‘रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म’ को सरकार ने लगातार जारी रखा है। उन्होंने महिला आरक्षण कानून पारित होने का उल्लेख करते हुए कहा ‘‘मैं नारी शक्ति वंदन अधिनियम को पारित करने के लिए सदस्यों का अभिवादन करती हूं, यह मेरी सरकार के महिला नीत विकास के संकल्प को मजबूत करता है।’’
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मेरी सरकार परीक्षाओं में होने वाली गड़बड़ी को लेकर युवाओं की चिंताओं से अवगत है, इस दिशा में सख्ती लाने के लिए नया कानून बनाने का निर्णय लिया गया है।’’
इससे पहले लोकसभा एवं राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करने के लिए राष्ट्रपति जब नए संसद भवन में पहुंचीं तो उनके आगे ‘सेंगोल’ को लेकर चला जा रहा था। उनके पीछे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चल रहे थे।
बाद में मुर्मू ने जब सदस्यों को संबोधित करना शुरू किया तो उनके समक्ष एक मेज पर ‘सेंगोल’ को खड़ा करके रखा गया था।
इससे पूर्व वह राष्ट्रपति भवन से बग्गी में सवार होकर संसद भवन पहुंचीं।
अभिभाषण के दौरान विभिन्न केंद्रीय मंत्री, विभिन्न दलों के सदस्यों के साथ राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल, कांग्रेस अध्यक्ष एवं राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी भी मौजूद थीं।