![प्यासी धरती मुरझा मधुवन](https://utkarshmail.com/wp-content/uploads/2024/03/ANIL-SHARMA-e1711619789614-298x400.jpg)
प्यासी धरती मुरझा मधुवन
प्यासी धरती तुझे पुकारे, प्यासी नदिया तुझे पुकारे, आ रे मेघा अब तो आ रे। बादल नीलगगन पर छाते, संग आंधियों को ले आते, तेरे राजदूत बनकर वे, झूठे आश्वासन दे जाते। सूखी पोखर तुझे पुकारे, आ रे मेघा अब तो आ रे। कोयल सूखी अमराई में, विरह गीत गाती रहती है, और मोरनी…