श्रीराम ही मेरे शक्ति के दाता

दर्शन मात्र से सारे सुख पाता।
जब ध्यान लगाएं हरदम तुझमें
पुनीत विचार सब समाए मुझमे।
श्री राम की छवि बड़ी निराली
कण -कण में समाई खुशहाली।
सारा जग होता तुझसे ही रोशन
प्राणी पाते धन धान्य और पोषण।
सांस सांस में है बसा नाम तुम्हारा
मर्यादा पुरुषोत्तम राम मेरा सहारा।
हे श्री राम सारा जग तो है तुम्हारा
जग में तुम बिन कोई नही है हमारा।
पूजन करो और बोलो जय श्री राम
दुःख दूर होगा मिलेगा सुख आराम।
संजय वर्मा “दृष्टि”
125 बलिदानी भगतसिंह मार्ग
मनावर(धार)मप्र