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“अंतरराष्ट्रीय काव्य प्रेमी मंच” की संस्थापिका डॉ ममता सैनी जी को प्राप्त हुआ एक और कीर्तिमान

चार विश्व कीर्तिमान स्थापित करने के बाद “अंतरराष्ट्रीय काव्य प्रेमी मंच” की संस्थापिका डॉ ममता सैनी जी ने एक अप्रतिम काव्य अनुष्ठान “भारत को जानें”
के लिए एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। “Official World Record, Spain” द्वारा इस कार्यक्रम के दृश्य श्रव्य संग्रह (ऑडियो वीडियो अलबम) को कीर्तिमान से अलंकृत किया गया है।
इस कार्यक्रम ने भारत के प्रत्येक राज्य की विशेष जानकारियों को रुचिकर रूप में जन जन तक पहुँचाने का कार्य किया। इस काव्य महोत्सव के अंतर्गत 23 अक्टूबर से 30 नवम्बर तक 37 दिनों प्रतिदिन एक काव्य कार्यक्रम में भारत के एक राज्य का वर्णन दोहों और चौपाइयों के माध्यम से किया गया। हिन्दी और क्षेत्रीय भाषा में राज्य महिमा काव्य प्रस्तुति भी रही।

अंतरराष्ट्रीय काव्य प्रेमी मंच की संस्थापिका डॉ. ममता सैनी (तंजानिया) ने ईश्वर का धन्यवाद किया और अपने पति सीए राकेश सैनी का हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस कार्यक्रम के विषय में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि पहले सभी प्रदेशों एवं केंद्र शासित प्रदेशों पर रचनाकारों की रचनाओं का “भारत को जानें” रचना प्रस्तुति कार्यक्रम में आभासी पटल “अन्तरराष्ट्रीय काव्य प्रेमी मंच” (https://www.facebook.com/groups/189600548966388/?ref=share ) पर 37 दिनों तक रचनाकारों द्वारा लाइव प्रस्तुतीकरण किया गया। भारत को जानें परियोजना का एकमात्र उद्देश्य समस्त भारत के विषय में जन-जन को जानकारी प्रदान करना है, जिसके लिए इस आयोजन को आयोजित रचने का विचार किया गया, जिसमें भारत के सभी प्रदेशों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को विषय बना कर भारत के लिए दोहे और चौपाई छंद में 278 रचनाकारों द्वारा महाकाव्य का निर्माण किया गया। इसके अतिरिक्त उन सभी साहित्यकारों की प्रतिभा को सामने लाने के लिए आभासी पटल द्वारा रचनाओं का प्रस्तुतीकरण भी किया गया।
“भारत को जानें” परियोजना में सभी 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों पर रचनाएँ लिखी गई हैँ । रचनाएँ हिन्दी भाषा में दोहे तथा चौपाई छन्द में लिखी गई हैं। जिसके लिए हर राज्य की जानकारी को 7 वर्गों में विभाजित किया गया है। चूंकि दृश्य श्रव्य माध्यम किसी भी जानकारी को प्राप्त करने के लिए उत्तम माध्यम है, इसलिए इन सभी रचनाओं का गायकों द्वारा अलग अलग धुन पर ट्रैक तैयार कर ऑडियो का निर्माण करवाया गया। अब्दुल आरिफ खान और वंदना शर्मा द्वारा सभी 7 वर्गों की 7 धुन पर ट्रैक तैयार किया गया । अब्दुल आरिफ खान और वंदना शर्मा के साथ डॉ अंजलि बजाज , विक्की प्रसाद , रुखसार खान और मानसी प्रधान ने सभी राज्यों के लिए 259 ऑडियो का निर्माण किया।
इसके अलावा सभी राज्यों के 39 गीतों के गीतकार, संगीतकार और गायकों की मुख्य भूमिका रही।
इस आयोजन में भारत सहित विश्व के विभिन्न देशों से रचनाकारों, राज्य समन्वयकों, तथ्य सुधारकों, गायकों, वीडियो निर्माता, कार्यक्रम संचालकों आदि के रूप में 466 प्रवासी और निवासी भारतीयों ने प्रतिभागिता की।
पद्मश्री अनूप जलोटा , पद्मश्री डॉ अशोक चक्रधर,  उच्चायुक्त बिनाया श्रीकांत प्रधान,   हास्य कवि पद्मश्री सुरेंद्र शर्मा, निदेशक संतोष जी. आर, श्री घमंडी लाल अग्रवाल, डॉ सोम ठाकुर, कवि आदिल रशीद, श्रीमति निवेदिता झा, डॉ शिव ओम अंबर, कवि पंकज शर्मा, कवि सलीम जावेद, कवि लक्ष्मी शंकर बाजपेयी, श्री सौरव गुर्जर,कवि सुदीप भोला, श्री जनार्दन पांडे , कवि डॉ सुरेश अवस्थी, डॉ. भगवत स्वरूप ‘शुभम’, डॉ. राम स्नेही लाल शर्मा यायावर,  श्री सुशील भारती, श्री संग्राम सिंह, डॉ. मृदुल कीर्ति , डॉ शैल अग्रवाल, डॉ. अखिलेश मिश्रा जी, कवि अरुण जेमिनी, श्रीमति समीक्षा शर्मा, डॉ हरीश नवल, डॉ मंजरी पाण्डेय बनारसी, पंडित सुरेश नीरव, कवयित्री डॉ. कीर्ति काले, कवि सौरभ जैन सुमन , श्री आशीष कंधवे, श्री प्रशांत इंगोले,कवि बुद्धि प्रकाश, कवि डॉ. दिनेश रघुवंशी, सरदार मंजीत सिंह, श्री अखिलेंद्र मिश्रा जैसे भारत के विभिन्न विशिष्ट व्यक्तित्व इस कार्यक्रम में अतिथि के रूप में उपस्थित रहे जिन्होंने प्रत्येक राज्य के वीडियो एल्बम का वर्चुअल माध्यम से विमोचन किया।

अंतरराष्ट्रीय काव्य प्रेमी मंच के मार्गदर्शक एवं मुख्य सलाहकार सीए. अजय गोयल (तंज़ानिया) ने बताया कि इस काव्य अनुष्ठान को अन्य विश्व कीर्तिमानों में सम्मिलित किए जाने की प्रक्रिया प्रगति में है। भारत के सभी प्रदेशों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को विषय बना कर भारत के लिए दोहे और चौपाई छंद में रचित महाकाव्य के वीडियोज़ को विभिन्न डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म्स पर प्रसारित कराया जाना और ग्रन्थ का प्रकाशन कराके देश विदेश के विभिन्न पुस्तकालयों में शामिल कराया जाना है, ताकि यह आने वाली पीढ़ी के लिए ज्ञान का स्रोत बने।

अंतरराष्ट्रीय काव्य प्रेमी मंच की मुख्य सहयोगी सारिका फ़लोर (केन्या) ने सभी रचनाकारों, राज्य समन्वयकों, त्रुटि सुधारकों, गायक गायिकाओं, वीडियो निर्माताओं का आभार व्यक्त किया। अंतरराष्ट्रीय काव्य प्रेमी मंच के अन्य सभी सहयोगीगण राकेश कुमार सैनी (तंज़ानिया), शिल्पी बिसारिया (केन्या), ललिता माथुर चौहान (तंज़ानिया), जितेंद्र भारद्वाज (तंज़ानिया), बिनीता श्री वास्तव भारत), गोविन्द गुप्ता (भारत), वन्दना राज (कतर), विकास मिश्र ( भारत), डॉ. शम्भू पंवार (मीडिया प्रभारी, भारत) ने भी आयोजन को कीर्तिमान प्राप्त होने के अवसर पर आयोजन से जुड़े सभी प्रतिभागियों को बधाइयाँ दी।

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