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भारतीय शौर्य के आगे झुका पाकिस्तान, पीओके वापिस देने का बढ़ा दबाव …! पंकज सीबी मिश्रा 

पंकज सीबी मिश्रा  / पत्रकार एवं राजनीतिक विश्लेषक जौनपुर यूपी

भारत सरकार ने पाकिस्तान के साथ आतंक के विरुद्ध जारी युद्ध को फिलहाल अमरीकी हस्तक्षेप के बाद अस्थाई तौर पर रोक दिया है। भारतीय सोशल मीडिया पर भारत के लोगो का गुस्सा स्पष्ट देखा जा सकता है । भारत ने केवल तीन दिन में पाकिस्तान की जो दुर्गति की वह काबिले तारीफ है । अकेले ब्रह्मोस ने पाकिस्तानी एयरबेस और आतंकी ठिकानों को ठिकाने लगा दिया । युद्ध विराम की घोषणा और एयर स्ट्राइक अटकलों के बीच भारत ने स्पष्ट कर दिया कि पाकिस्तान से वार्ता अब सिर्फ पीओके पर हो सकती है । पाकिस्तान को तमाम मोस्ट वांटेड आतंकवादी भारत को सौंपने होंगे । साथ ही यह स्पष्ट कर दिया गया कि यह सिर्फ युद्ध विराम है , युद्ध समाप्ति नहीं । जल संधि निरस्त रहेगी और अन्य सभी प्रतिबन्ध अभी लागू रहेंगे । अब सब साफ हो गया है । पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार उनके पास 40 एयरबेस हैं जबकि न्यूयार्क खबर के हवाले से सूत्रों ने बताया कि भारत के हवाई सैन्य ताकत ने महज 90 मिनट में 11 एयरबेस नष्ट कर दिए । रावलपिंडी में सबसे बड़े एयरबेस नूर खां की तबाही से पाकिस्तान वास्तव में कांप उठा और गिड़गिड़ाने लगा । मुनीर और शाहबाज को समझ आ गया कि उसके हवाई सुरक्षा सिस्टम वास्तव में हवा हवाई हैं और जिस चीन के दम पर वह पड़ोसी मुल्कों से दुश्मनी ले रहा वह उसके लिए आत्मघाती साबित होने को है ।लाहौर , सियालकोट और बहावलपुर में रडार और एयर डिफेंस सिस्टम तक ध्वस्त हो जाने के बाद पाकिस्तान के पास अपने एटम बम तक जाने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा था और उसी का हवाला देकर ट्रंप को ब्लैकमेल किया ताकि सीजफायर कराया जा सके । सीएनएन ने इसे लेकर एक खतरनाक रिपोर्ट दिखाई है जिसमे न्यूक्लियर रेडिएशन पर अंतराष्ट्रीय सुरक्षा संघ ने चिंता जाहिर की थी । न्यूयार्क टाइम्स ने भी पाकिस्तान को बीच चौराहे नंगा कर दिया । 72 घंटों  के ऑपरेशन में इंडियन आर्मी ने वह सभी कुछ हासिल कर लिया जो पहलगाम की शर्मनाक घटना के बाद जरूरी था । नौ आतंकी अड्डों को नष्ट कर 3 अंतरराष्ट्रीय आतंकियों सहित 100 से अधिक आतंकवादियों को मार डाला गया है । पाकिस्तान के 35 से 40 के बीच सैनिक मारे गए और भारत के पांच जवान शहीद हुए ।सीएनएन के मुताबिक जैसे ही शाहबाज और मुनीर ने परमाणु बम एक्टिवेशन चीफ को तलब किया अमेरिका अलर्ट हो गया । वस्तुतः नूर खां वह एयरबेस है जहां से पाकिस्तान अपना परमाणु कार्यक्रम चलाता है । इसी से कुछ दूर सरगोधा एयरबेस है जिसके पास परमाणु बम भूमिगत रखे गए हैं ऐसी रिपोर्ट मिली । ब्रह्मोस मिसाइलों ने सरगोधा बेस भी उड़ा दिया । अब पाकिस्तान सही मायनों में थर थर कांप उठा । सीधा सा मतलब था कि पाकिस्तान के तमाम 150 परमाणु बम पाकिस्तान में ही दफ़्न हो जाते यदि भारत ऐसा चाहता तो । दोनों एयरबेस नष्ट होने से मुनीर अमेरिका के सामने घिघियाने लगा । नतीजा युद्धविराम बनकर सामने आया । देश में कांग्रेस ने अलग ही रायता फैलाया और युद्ध को नेतृत्व आधारित मोदी बनाम इंदिरा दिखा कर इसे राजनीतिक फायदे के लिए उपयोग करने लगी। जबकि इंदिरा गांधी ने जो बांग्लादेश बनवाया था आज वो भी पाकिस्तान से कम खतरनाक नहीं भारत के लिए । बांग्लादेश भी भारत के लिए खतरा बना हुआ है ऐसे में तुर्की जैसे बेवकूफ छछुंदरो के उछल कूद ने माहौल में यह तो स्पष्ट कर दिया की छोटे आतंकी इस्लामिक देशों ने भारत के खिलाफ खुल कर पाकिस्तान का समर्थन किया । पूरी दुनिया ने पहलगाम के बाद भारत की ताकत को जीवंत देख लिया है । निश्चित रूप से चीन और पाकिस्तान को भी अब समझ आया होगा कि भारत किस कदर मजबूत हो चुका है । खासकर मोदी सरकार के आने के बाद भारत का शस्त्र भंडार लबालब भर गया है । हेंगरों में नए नए युद्धक विमान भारत की शान बढ़ा रहे हैं । सेना ने स्पष्ट किया कि फिलहाल लक्ष्य पहलगाम का बदला लेना था जिसे पूरी तरह हासिल कर लिया गया । पीओके लेना अभी लक्ष्य नहीं था । लखनऊ में ब्रह्मोस प्लांट का शिलान्यास हो चुका है और अब देश अपने बलबूते पर जब चाहे आतंकी ठिकानों को रौंद कर आराम से तीन – तीन दिनों के स्लॉट में कई सालों तक पाकिस्तान की कमर तोड़ती रहेगी।  पाकिस्तान अब सिर्फ देखता रहेगा क्युकी आतंकी गतिविधियों का संचालन उसकी जमीन से होता है जिसकी आड़ में धीरे – धीरे हम आतंक के सरगनाओ को पीओके से खदेड़ कर कश्मीर को अखंड कर देंगे । भविष्य में भारत ऐसे ही पाकिस्तान को जब चाहे रौदता रहेगा फिर इसमें युद्ध विराम ही अहम रोल निभाएगा । सेना ने कहा कि एक दुश्मन का एक भी विमान भारतीय सीमा में प्रवेश नहीं कर पाया । न ही कोई मिसाइल या ड्रोन भारत में कोई नुकसान कर पाया । हमारे सभी पायलट सुरक्षित लौट आए । युद्ध विराम के बाद देशवासियों के मन में अनेक शंकाएं थी जो तीनों सेनाओं की प्रेस के बाद अब समाप्त हो गई । हम विश्व की सर्वोच्च सेनाओं में से एक भारतीय सेना की वीरता को सैल्यूट करते हैं । मात्र 72 घंटों में दुश्मन के दांत खट्टे कर इंडियन आर्मी ने देशवासियों की छाती को गर्व से फुला दिया है ।

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